बजट में जच्चा-बच्चा के लिए दो नई योजनाएं
-गर्भवती महिला व बच्चों के लिए फीडिंग योजना शुरू होगी
-गाजियाबाद, आजमगढ़ व गाजीपुर में बनेंगे महिला शरणालय
लखनऊ : चुनावी 'ताल ठोंकनेÓ से पहले समाजवादी सरकार के मुखिया अखिलेश यादव ने महिलाओं, बच्चों की सेहत से जुड़ी दो नई योजनाएं शुरू कर उन्हें अपने पाले नें खड़ा करने का प्रयास किया है। गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचाने को 400 करोड़ और अति कुपोषित बच्चों को पौष्टिक आहार के लिए 125 करोड़ रुपये का इंतजाम है।
प्रदेश सरकार ने वर्ष 2016-17 के बजट में महिलाओं व बच्चों की सेहत का ध्यान रखा है। कुपोषित महिलाओं को पौष्टिक आहार के लिए फीडिंग योजना चलाने का फैसला लिया है, जिसकेलिये बजट में 400 करोड़ रुपए का इंतजाम है। योजना बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा संचालित होगी। अतिकुपोषित बच्चों की पहचान, स्वास्थ्य परीक्षण और अच्छे भोजन के लिए 'अति कुपोषित बच्चों के लिए फीडिंग कार्यक्रमÓ नाम की नई योजना शुरू करने का फैसला करते हुए125 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है।
बजट में उपेक्षित, बेसहारा महिलाओं के संरक्षण व देखभाल के लिए गाजियाबाद, आजमगढ़ और गाजीपुर में राजकीय महिला शरणालय स्थापित करने के लिए तीन करोड़ रुपये की व्यवस्था की है। 'जहां सोंच वहां शौचालयÓ के विचारों पर अमल करते हुए सरकार ने 2000 आंगनबाड़ी केन्द्रों में ईको फ्रेंडली शौचालय का निर्माण व रसोईघरों को उच्चीकृत करने के लिए 13 करोड़ का इंतजाम किया है। सरकार ने बाल पुष्टाहार कार्यक्रम के लिए 3,220 करोड़ की व्यवस्था की है। निराश्रित महिला व उनके बच्चों की शिक्षा अनुदान योजना को इस बार श्रेणियों में बांट दिया गया है। योजना के अन्तर्गत सामान्य वर्ग के लाभार्थियों के लिए 541 करोड़ रुपए और अनुसूचित जाति, जनजाति की श्रेणी में आने वाली महिलाओं के लिए 96 करोड़ रुपये का इंतजाम किया गया है। वर्ष 2015-16 के बजट इस मद में सरकार ने 637 करोड़ रुपये आवंटित किये थे। एनजीओ के जरिये संचालित वृद्ध महिला आश्रम योजना में 6 करोड़ 50 लाख आवंटित किये गये हैं। प्रदेश के 11 जिलों में रानी लक्ष्मी बाई आशा ज्योति केन्द्र की स्थापना के लिए 12 करोड़ का इंतजाम किया गया है।
-गर्भवती महिला व बच्चों के लिए फीडिंग योजना शुरू होगी
-गाजियाबाद, आजमगढ़ व गाजीपुर में बनेंगे महिला शरणालय
लखनऊ : चुनावी 'ताल ठोंकनेÓ से पहले समाजवादी सरकार के मुखिया अखिलेश यादव ने महिलाओं, बच्चों की सेहत से जुड़ी दो नई योजनाएं शुरू कर उन्हें अपने पाले नें खड़ा करने का प्रयास किया है। गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचाने को 400 करोड़ और अति कुपोषित बच्चों को पौष्टिक आहार के लिए 125 करोड़ रुपये का इंतजाम है।
प्रदेश सरकार ने वर्ष 2016-17 के बजट में महिलाओं व बच्चों की सेहत का ध्यान रखा है। कुपोषित महिलाओं को पौष्टिक आहार के लिए फीडिंग योजना चलाने का फैसला लिया है, जिसकेलिये बजट में 400 करोड़ रुपए का इंतजाम है। योजना बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा संचालित होगी। अतिकुपोषित बच्चों की पहचान, स्वास्थ्य परीक्षण और अच्छे भोजन के लिए 'अति कुपोषित बच्चों के लिए फीडिंग कार्यक्रमÓ नाम की नई योजना शुरू करने का फैसला करते हुए125 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है।
बजट में उपेक्षित, बेसहारा महिलाओं के संरक्षण व देखभाल के लिए गाजियाबाद, आजमगढ़ और गाजीपुर में राजकीय महिला शरणालय स्थापित करने के लिए तीन करोड़ रुपये की व्यवस्था की है। 'जहां सोंच वहां शौचालयÓ के विचारों पर अमल करते हुए सरकार ने 2000 आंगनबाड़ी केन्द्रों में ईको फ्रेंडली शौचालय का निर्माण व रसोईघरों को उच्चीकृत करने के लिए 13 करोड़ का इंतजाम किया है। सरकार ने बाल पुष्टाहार कार्यक्रम के लिए 3,220 करोड़ की व्यवस्था की है। निराश्रित महिला व उनके बच्चों की शिक्षा अनुदान योजना को इस बार श्रेणियों में बांट दिया गया है। योजना के अन्तर्गत सामान्य वर्ग के लाभार्थियों के लिए 541 करोड़ रुपए और अनुसूचित जाति, जनजाति की श्रेणी में आने वाली महिलाओं के लिए 96 करोड़ रुपये का इंतजाम किया गया है। वर्ष 2015-16 के बजट इस मद में सरकार ने 637 करोड़ रुपये आवंटित किये थे। एनजीओ के जरिये संचालित वृद्ध महिला आश्रम योजना में 6 करोड़ 50 लाख आवंटित किये गये हैं। प्रदेश के 11 जिलों में रानी लक्ष्मी बाई आशा ज्योति केन्द्र की स्थापना के लिए 12 करोड़ का इंतजाम किया गया है।
No comments:
Post a Comment