२ फरवरी २०१६
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सपा ने 31 प्रत्याशी घोषित किये, युवाओं को तरजीह
-सोनिया के क्षेत्र व राजनाथ के गृहनगर का प्रत्याशी घोषित न कर अटकलों की राह खोली
-रामपुर-बरेली के प्रत्याशी तय करने का जिम्मा मंत्री आजम खां पर
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र कोटे की विधान परिषद सीटों के लिये समाजवादी पार्टी ने 31 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इसमें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व महासचिव प्रो.रामगोपाल का प्रभाव नजर आ रहा है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह के गृहनगर मीरजापुर और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली का प्रत्याशी घोषित न कर सियासी कयासों कौ मौका दिया है।
सत्ताधारी दल के लिए आसान समझे जाने वाले इस चुनाव में सपा के रणनीतिकारों ने युवा वर्ग पर खूब दरियादिली दिखायी है। युवा वर्ग केअधिकतर प्रत्याशियों की उम्र 40 साल के आसपास है। हालांकि 31 में से 16 टिकट यादवों की झोली में गये हैं। चार मुसलमान, एक ब्राह्मïण, पांच राजपूत, दो अन्य पिछड़े और एक वैश्य को भी उम्मीदवार बनाया गया है।
मुरादाबाद-बिजनौर क्षेत्र में कार्यकर्ताओं पर मंत्री महबूब अली को तरजीह देते हुए पार्टी ने उनके बेटे परवेज अली को प्रत्याशी बनाया है। मंत्री राजकिशोर सिंह के भाई बृज किशोर सिंह को बस्ती से टिकट गया है जबकि बृजकिशोर बस्ती लोकसभा का चुनाव लड़कर हार चुके हैं। पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष का टिकट मंत्री के बेटे को ही दिया था। शाहजहांपुर-पीलीभीत से उम्मीदवार घोषित अमित यादव उर्फ ङ्क्षरकी सपा विधायक के भाई हैं, उनको प्रत्याशी बनाये जाने से पत्रकार हत्याकांड में क्षेत्रीय मंत्री राम मूर्ति वर्मा की पैरवी में पंडित जयेश प्रसाद को झटका लगा है, वह भी सपा से टिकट की दावेदारी कर रहे थे।
सूची में खीरी व गोरखपुर के पूर्व जिलाध्यक्षों व गोंडा, फिरोजाबाद, कानपुर देहात के मौजूदाजिलाध्यक्षों का नाम प्रत्याशी के रूप में दर्ज है। युवा टीम के सदस्य सुनील साजन व आनंद भदौरिया भी प्रत्याशी बन गये हैं। समाजवादी पार्टी की अंदरूनी सियासत को समझने वालों का मानना है कि मुकेश चौधरी, राकेश यादव, अरविंद यादव, उदवीर सिंह समेत पश्चिम के ज्यादातर प्रत्याशी प्रो.राम गोपाल यादव की पंसद के हैं। हालांकि मंत्री दुर्गा यादव अपने बेटे को टिकट दिलाने में सफल नहीं हो पाये। माध्यमिक शिक्षा परिषद में तैनाती के समय बहुचर्चित रहे वासुदेव यादव, राज्यसभा सदस्य व झांसी निवासी चन्द्रपाल यादव के करीबी शिक्षक की पत्नी श्रीमती रमा निरंजन और वाराणसी से अमीरचन्द्र पटेल को कार्यकर्ताओं पर तरजीह मिलने को जरूर चौंकाने वाले निर्णय के रूप में देखा जा रहा है।
अमीरचंद्र पटेल का न सिर्फ खासा लंबा आपराधिक इतिहास है बल्कि वह पूर्व में बसपा के टिकट से लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। रामपुर-बरेली का प्रत्याशी तय करने का जिम्मा मंत्री आजम खां पर छोड़ दिया गया है। बलिया में पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के परिवार से टिकट की दावेदारी और परिवार में ही मतभिन्नता के चलते ही प्रत्याशी घोषित नहीं होने की चर्चा है।
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प्रत्याशियों की सूची
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1-आगरा-फिरोजाबाद : दिलीप यादव
2-अलीगढ़ : ओमवती यादव
3-इलाहाबाद : वासुदेव यादव
4-आजमगढ़-मऊ : राकेश यादव गुड्डू
5-बहराइच-श्रावस्ती : मो.इमलाख खां
6-बलिया : प्रत्याशी घोषित नहीं (रवि शंकर सिंह उर्फ पप्पू, चन्द्रशेखर के परिवार के हैं, जनवरी २०१६ तक बसपा से एमएलसी रहे हैं )
7-बांदा-हमीरपुर : रमेश्र मिश्र
8-बाराबंकी: राजेश यादव
9-बस्ती-सिद्धार्थनगर : बृजकिशोर सिंह
10-बदायूं: बनवारी लाल यादव
11-बुलंदशहर : नरेन्द्र सिंह भाटी
12-देवरिया: रामअवध यादव
13-इटावा-फर्रुखाबाद: पद्मराज पम्मी
14-फैजाबाद : हीरालाल यादव
15-गाजीपुर : प्रत्याशी घोषित नहीं
16-गोंडा : महफूज खां
17-गोरखपुर : जय प्रकाश यादव
18-हरदोई: मिस्वाहुद्दीन
19-जौनपुर : लल्लन प्रसाद यादव
20-झांसी-ललितपुर : रमा निरंजन
21-कानपुर-फतेहपुर : कल्लू यादव
22-खीरी : शशांक यादव
23-लखनऊ-उन्नाव : सुनील यादव
24-एटा-मथुरा-मैनपुरी : अरविंद यादव
25-मथुरा-एटा-मैनपुरी: उदयवीर सिंह
26-मेरठ-गाजियाबद : राकेश यादव
27-मीरजापुर-सोनभद्र : प्रत्याशी घोषित नहीं...(रामलली मिश्र प्रत्याशी बनी विधायक विजय की पत्नी)
28-मुरादाबाद-बिजनौर : परवेज अली
29-मुजफ्फरनगर-सहारनपुर: मुकेश चौधरी (१० फरवरी को टिकट बदला गया शहनवाज राणा प्रत्याशी)
30-शाहजहांपुर-पीलीभीत : अमित यादव उर्फ ङ्क्षरकी
31-प्रतापगढ़ : अक्षय प्रताप सिंह
32-रायबरेली : प्रत्याशी घोषित नहीं (मुकेश बहादुर सिंह को टिकट, पूर्व मंत्री बादशाह सिंह का पीआरओ रहा है)
33-रामपुर-बरेली : प्रत्याशी घोषित नहीं (९ फरवरी अनिल शर्मा, बरेली निवासी)
34-सीतापुर: आनंद भदौरिया
35-सुल्तानपुर: शैलेन्द्र प्रताप सिंह
36-वाराणसी : ïअमीर चंद्र पटेल ( १२ फरवरी को टिकट बदला गया मीना सिंह प्रत्याशी बनी, चंदौली की सैयद राजा से विधायक मनोज सिंह की बहन हैं)
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इंसेट
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नामांकन आठ से मतदान तीन मार्च को
राब्यू, लखनऊ: स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की 35 सीटों के लिए 36 विधान परिषद सदस्यों के लिए नामांकन की प्रक्रिया आठ फरवरी से शुरू हो जाएगी। 15 फरवरी तक नामांकन किये जा सकेंगे और मतदान तीन मार्च को होगा। चुनाव आयोग की नियमावली में मैनपुरी-मथुरा-एटा इकलौता क्षेत्र है जहां से दो सदस्यों का निर्वाचन होता है।
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४ फरवरी २०१६
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सपा मंत्रियों को सौंपेगी कमान
-एमएलसी की सीटे जीतने का ताना-बाना बुनने में जुटी सपा
-कई प्रत्याशियों को लेकर कार्यकर्ताओं में असंतोष
लखनऊ : प्राधिकारी क्षेत्र की विधान परिषद सीटों के लिए 31 प्रत्याशी घोषित करने के बाद समाजवादी पार्टी उनकी जीत का ताना-बाना बुनने में जुट गयी है। राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों को दो-दो सीटों का प्रभारी नियुक्त करने की तैयारी है।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के टिकट बंटवारे की तरह ही प्राधिकारी कोटे की विधान परिषद सीटों के लिए घोषित प्रत्याशियों के नामों को लेकर असंतोष है।झांसी, फैजाबाद, कानपुर, वाराणसी और देवरिया क्षेत्र से घोषित प्रत्याशियों के खिलाफ पार्टी नेतृत्व से शिकायतें भी की जा रही हैं। वाराणसी की जिला इकाई वहां के प्रत्याशी पर गंभीर आपराधिक मुकदमें दर्ज होने से 'बैकफुटÓ पर है। पार्टी नेतृत्व को भेजी गयी शिकायत में प्रत्याशी की समाजवादी पार्टी में निष्ठा नहीं होने का भी इल्जाम लगाया गया है। इसी तरह प्रदेश के एक बहुचर्चित मंत्री का काम देखने वाले व्यक्ति के ससुराली रिश्तेदार को झांसी से टिकट दिये जाने पर क्षेत्रीय कार्यकर्ता असंतुष्ट हैं। उनका मानना है कि इससे क्षेत्र असंतुल बढ़ेगा। फैजाबाद से घोषित प्रत्याशी यूं तो सपा कार्यकर्ता हैं, मगर दावेदारी के बिना उन्हें टिकट दिये जाने से 'युवा ब्रिगेडÓ में असंतोष है।
सच्चाई से वाकिफ समाजवादी पार्टी केरणनीतिकार कोई जोखिम लेने को तैयार नहीं है। लिहाजा कार्यकर्ताओं के बीच प्रभावी मंत्रियों को एमएलसी चुनाव की कमान देने का फैसला लिया गया है। प्रभारी नियुक्त किये जाने वाले मंत्रियों के क्षेत्रों के चयन का कार्य अंतिम दौर में है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के फौरन बाद विधानसभा 2017 की चुनावी सरगर्मी तेज होना शुरू हो जाएगी। ऐसे में इस चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के साथ कार्यकर्ताओं को संतुष्ट रखने की नीति अपनायी जा रही है। राष्ट्रीय सचिव राजेश दीक्षित का कहना है कि समाजवादी पार्टी में पूरा लोकतंत्र है, हर किसी को बात कहने का हक है। पार्टी किसी भी कार्यकर्ता को नाराज नहीं होने देगी।
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आठ फरवरी २०१६
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सपा ने एमएलसी के दो और प्रत्याशी घोषित किये
सपा प्रत्याशियों की संख्या 33 हुई, तीन सीटों के प्रत्याशी जल्द घोषित होंगे
-एकाध सीट का प्रत्याशी बदलने पर भी मंथन
लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) ने गाजीपुर से डॉ.सानंद सिंह व मीरजापुर-सोनभद्र से रामलली मिश्र को प्रत्याशी घोषित किया है। इसके साथ प्राधिकारी कोटे की 36 विधान परिषद सीटों के लिए सपा प्रत्याशियों की संख्या 33 हो गयी है। बची हुई तीन सीटों के प्रत्याशियों के लिए पार्टी में मंथन जारी है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि नेतृत्व ने एक टिकट बदलने पर भी विचार शुरू कर दिया है।
दो फरवरी को सपा ने प्राधिकारी क्षेत्र की 36 सीटों से 31 के प्रत्याशी घोषित किये थे, आठ फरवरी को गाजीपुर व मीरजापुर-सोनभद्र के भी प्रत्याशी घोषित कर दिये गये मगर बलिया, रायबरेली व रामपुर-बरेली के प्रत्याशियों के नामों पर एक राय नहीं बन पायी। सपा सूत्रों का कहना है बलिया सदर के विधायक, मंत्री रह चुके एक एमएलसी और लोकसभा चुनाव हारने के बाद राज्यसभा सदस्य बनाये गये एक सांसद बसपा से एमएलसी रहे रविशंकर सिंह उर्फ पप्पू भैया को प्रत्याशी बनवाने की पैरवी कर रहे हैं जबकि पार्टी के रणनीतिकार उनकीदलीय निष्ठा सपा के साथ न रहने का तर्क देकर दावेदारी खारिज करने के प्रयास में हैं। इस सीट से व्यापारी व सपा कार्यकर्ता मनोज सिंह का नाम भी चल रहा है। रायबरेली के टिकट को लेकर सपा के अंदर के 'जातीय क्षत्रपोंÓ में जोर आजमाइश चल रही है। इन क्षत्रपों का एक गुट सियासी विरोधी को प्रत्याशी बनने से रोकने के लिये पूर्ववर्ती बसपा सरकार के एक कैबिनेट मंत्री के 'जनसंपर्कÓ का कार्य देखने वाले को टिकट दिलाने की पैरवी में कर रहे हैं। रामपुर-बरेली से नसीर खां का नाम जोरों पर है लेकिन अंतिम फैसला मंत्री आजम खां को करना है। हालांकि इन सीटों के प्रत्याशी जल्द घोषित होने के आसार हैं। सपा के उच्च पदस्थ सूत्रों पर भरोसा करें तो घोषित प्रत्याशियों में एक प्रत्याशी बदलने पर भी चर्चा शुरू हो गयी है।
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आठ फरवरी को ही मुलायम
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एमएलसी चुनाव हारे तो अध्यक्षों की छुट्टी
- मुलायम ने सपा मुख्यालय में नेताओं-कार्यकताओं को किया संबोधित
-पूर्व मंत्री नारद राय व अंबिका चौधरी पर बिफरे
-चुनाव तक कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय न आएं
-सीएम गांव-गांव का दौरा करें: मुलायम
लखनऊ : लोकसभा चुनाव में हार की टीस अब भी महसूस कर रहे समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने प्राधिकारी क्षेत्र (एमएलसी चुनाव) की चुनावी कमान खुद संभाल ली है। कहा कि जिस क्षेत्र का प्रत्याशी हारा, वहां के जिला व क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष को पार्टी से निकाल दिया जाएगा। विपक्षियों द्वारा वोटों की खरीद-फरोख्त करने की आशंका जाहिर करते हुए इससे सतर्क रहने की हिदायत भी दी।
जिला व क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष पद पर विजयी होने के बाद पार्टी कार्यालय पहुंचे नेताओं को डपटते हुए मुलायम ने कहा कि पार्टी मुख्यालय में घूमने के स्थान पर क्षेत्र में काम करिये। यहां घूमेंगे तो एमएलसी का चुनाव कौन जिताएगा। ये चुनाव कठिन है और साख का भी सवाल है। सबको जुटना होगा, अगर प्रत्याशी हारे तो जिला व क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों को पार्टी से निकाल दिया जाएग। ध्यान रहे, क्षेत्र व जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने अपने प्रत्याशी उतारे थे।
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पूर्वमंत्री अंबिका व नारद पर भड़के
संबोधन के दौरान पूर्व मंत्री नारद राय, अंबिका चौधरी के वहां से चले जाने पर मुलायम सिंह भड़क गये। कहा कि जब 'मैं बोल रहा हूं तो भी दोनों हमसे बस मिलकर चले गये। ये लोग जनता के बीच रहना ही नहीं चाहते हैं। अंबिका युवाओं के विरोध के चलते ही विधानसभा चुनाव हारे थे। जब मैने ये बात कही तब अंबिका ने युवाओं को गुंडा-बदमाश कह कर बात को टाल दिया था।Ó राजनीति करनी है तो जनता की बीच रहना होगा।
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सपा गूंगों का पार्टी हुई
मुलायम ने कहा कि अखिलेश सरकार के विकास को देखकर दूसरे राज्यों की सरकारें योजनाएं लागू कर रही हैं। समाजवादी पेंशन, एक्सप्रेसवे, सिंचाई, दवाई और पढ़ाई मुफ्त की गयी है। मगर कोई भी कार्यकर्ता जनता के बीच न यह सब बता रहा है और न हीं प्रस्ताव पास कर सरकार का समर्थन कर रहा है। खामियों की ओर भी कोई ध्यान नहीं दिला रहा है लगता है कि सपागूंगों की पार्टी हो गयी है।
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लोकसभा में हार का दर्द
तकरीबन दो साल पहले लोकसभा चुनाव में हार का दर्द बयां करते हुए मुलायम ने कहा कि मेरा तो नाश कर दिया, परिवार के पांच लोग ही जीते। अगर 35-40सीटें होती तो दिल्ली में हमारी सरकार होती। चुनाव के बाद समीक्षा में लोगों ने कहा कि मंत्रियों, विधायकों की वजह से चुनाव हारे। मगर किसी ने सबक नहीं सीखा ज्यादातर मंत्री, विधायक जमीन-जायदाद के धंधे में लगे हैं। पैसा कमा रहे हैं। मुलायम ने कहा कि मुख्यमंत्री को अब छोटे-छोटे कार्यक्रम छोड़कर जनता के बीच जाना होगा। क्षेत्र में जाकर लोगों की बात सुननी होगी, तभी पार्टी फिर सत्ता में लौटेगी।
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जनता की बीच जाओ, तभी हारेगा मोदी
मुलायम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जनता हटा सकती है, क्योंकि उन्होंने कोई वादा पूरा नहीं किया है। मगर यह तभी संभव होगा जब कार्यकर्ता नेता, जनता के बीच जाएं। उनका दुख-दर्द सुनें। कहा वह मुख्यमंत्री थे तब पार्टी ने 31 सीटें जीती थी, इससे ज्यादा जिताओ तो मानें। क्षेत्र में नहीं रहोगे तो चालाक लोग चुनाव हरा देंगे।
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९ फरवरी २०१६
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सपा ने तीन और प्रत्याशी घोषित किये
सभी 36 सीटों के प्रत्याशी घोषित
राज्य ब्यूरो, लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने प्राधिकारी कोटे की विधान परिषद सीटों के तीन और प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं। इन टिकटों की घोषणा के साथ सभी 36 सीटों के प्रत्याशी घोषित हो गए हैं।
सपा के मुख्य प्रवक्ता शिवपाल यादव ने बताया कि पार्टी ने बरेली-रामपुर से अनिल शर्मा, बलिया से रवि शंकर सिंह (पप्पू), रायबरेली से मुकेश बहादुर सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है। इसके साथ पार्टी के सभी 36 प्रत्याशी घोषित हो गये हैं। हालांकि मंगलवार को घोषित तीनों टिकटों को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में खासी बेचैनी है। पप्पू जनवरी 2016 तक बसपा के विधान परिषद सदस्य थे, जबकि मुकेश बहादुर बसपा के कैबिनेट मंत्री के साथ थे।
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दस फरवरी को पहली लिस्ट
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सपा से आकर भाजपा में प्रत्याशी-प्रभारी बने
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-विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकारी सीटों के लिए 12 प्रत्याशी घोषित
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लखनऊ: वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में 260 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही भारतीय जनता पार्टी ने विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकारी सीटों के लिए 12 प्रत्याशियों की पहली सूची बुधवार को जारी की। इसमें बुधवार को ही सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए एक नेता प्रत्याशी तो दूसरे प्रभारी बन गए हैं।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के लिए 260 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस लक्ष्य निर्धारण के बाद बुधवार को भाजपा की प्रदेश इकाई ने पहली दफा कोई बड़ी घोषणा की किन्तु इसमें सपा की छाया नजर आयी। सुबह समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधान परिषद सदस्य राजकुमार अग्र्रवाल को हरदोई से टिकट थमा दिया गया है। इसी तरह बहराइच से विधायक रहे अरुणवीर सिंह भी बुधवार को भाजपा में शामिल हुए। उन्हें भी पार्टी में शामिल होते ही बहराइच सीट का प्रभारी बना दिया गया। इन लोगों के साथ नवनिर्वाचित ब्लाक प्रमुख रामरती, कछौना के ब्लाक प्रमुख अशोक अग्र्रवाल सहित भारी संख्या में लोग प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी के सामने भाजपा में शामिल हुए।
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ये हैं भाजपा प्रत्याशी
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बुलंदशहर : संजय शर्मा
पीलीभीत-शाहजहांपुर : जेपीएस राठौर
हरदोई : राजकुमार अग्रवाल
लखनऊ-उन्नाव : अनिरुद्ध चंदेल
बहराइच : रामजी त्रिपाठी
बांदा-हमीरपुर : आनंद त्रिपाठी
झांसी-जालौन-ललितपुर : हरिओम उपाध्याय
इलाहाबाद-कौशांबी : रईस चंद्र शुक्ला
सुलतानपुर : डॉ.केसी त्रिपाठी
आजमगढ़-मऊ : राजेश सिंह
कानपुर-फतेहपुर : अनिल चार्ली
बिजनौर-मुरादाबाद : आशा सिंह
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लखीमपुर खीरी-नरेश चन्द्र शरमा
बस्ती-सिद्धार्थनगर-प्रमोद कुमार
-गाजीपुर-विनोद कुमार राय
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अतीत के झऱोखे से
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15 feb 2016 इनका कार्यकाल पूरा हुआ।
अब्दुल हन्नान, अनिल कुमार अवाना, अरविन्द त्रिपाठी उर्फ 'गुड्डू त्रिपाठीÓ, अन्नपूर्णा सिंह उर्फ 'पूनमÓ, अशोक सिंह, अशोक कटियार, आरएस कुशवाहा, कुंवर जयेश प्रसाद, केसर सिंह, कैलाश यादव, जितेन्द्र यादव, गणेश शंकर पांडेय, परमेश्वर लाल सैनी, मनीष जायसवाल, मनोज अग्रवाल, मनोज सिंह, मुकुल उपाध्याय, मो.इकबाल, राकेश सिंह, राजदेव सिंह, रविशंकर सिंह, लेखराज सिंह, श्याम नारायण उर्फ 'विनीत सिंहÓ, डा.स्वदेश उर्फ 'बीरू सुमनÓ, डा.संतराम निरंजन, संजीव द्विवेदी उर्फ 'रामू द्विवेदीÓ, सविता सिंह, चन्द्र प्रताप सिंह यादव उर्फ 'चन्दू भइयाÓ, सूरजभान करवरिया, प्रशान्त चौधरी, हुस्ना सिद्दीकी (सभी बसपा) , अरूणवीर सिंह, अक्षय प्रताप सिंह (दोनों सपा) दिनेश प्रताप सिंह (कांग्रेस)
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इंसर्ट
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अब तक के कार्यकारी सभापति
निजामुददीन-(छह मई 1958 से 19 जुलाई, 1958 तक),वीरेन्द्र स्वरूप-दो मार्च 1969 से 14 मार्च 1969 तक, देवेन्द्र प्रताप सिंह,-(छह मई, 1974 से 10 जून, 1974 तक), शिव प्रसाद गुप्ता-(छह मई, 1982 से दो मार्च 1983 तक), नित्यानन्द स्वामी- (सात जुलाई, 1992 से नौ मई, 1996 तक)
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बजट सत्र १२ फरवरी २०१६ को एेसी थी तस्वीर
-समाजवादी पार्टी: 27
-बहुजन समाज पार्टी: 14
-भारतीय जनता पार्टी: सात
-कांग्रेस: एक
-रालोद: एक
शिक्षक दल (गैरराजनीतिक): पांच
निर्दल सदस्य: चार
नोट: यदि 29 जनवरी से शुरू होने वाले विधानमंडल के शीतकालीन सत्र से पहले रिक्त चल रही नामित कोटे की पांच सीटों पर नामांकन हो गया तब सपा के सदस्यों की संख्या-32 हो जाएगा।
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चेक करना होगा (तथ्य)
मुजफ्फरनगर : समाजवादी पार्टी ने सहारनपुर-मुजफ्फरनगर सीट से एमएलसी प्रत्याशी में एक बार फिर फेरबदल कर दिया है। सपा हाईकमान ने अब सपा युवजन सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष गौरव जैन को एमएलसी का प्रत्याशी घोषित किया है। सपा जिलाध्यक्ष श्याम लाल बच्ची सैनी ने इसकी जानकारी दी। सपा ने इससे पहले दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री मुकेश चौधरी को टिकट दिया था। मुकेश चौधरी का टिकट काट शाहनवाज राणा को एमएलसी का प्रत्याशी घोषित किया था। बताया जाता है कि शाहनवाज राणा को हार्टअटैक होने के कारण सपा हाईकमान ने गौरव जैन को प्रत्याशी घोषित कर दिया।
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१४.०२ .२०१६
एक नये घटनाक्रम में सलिल सिह को गोंडा से प्रत्याशी बनाया फिर घंटे भर बाद ही बदला फैसला
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लखनऊ : स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य के लिए होने वाले चुनाव में समाजवादी पार्टी का असमंजस कम होने का नाम नहीं ले रहा है। फैसले को लेकर पार्टी में खूब जद्दोजहद है। सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि सपा ने रविवार को गोंडा में अपने पूर्व घोषित उम्मीदवार महफुर्जुरहमान की जगह शलिल सिंह को प्रत्याशी घोषित किया और घंटे भर भी नहीं बीते कि दोबारा महफुर्जुरहमान की उम्मीदवारी बहाल कर दी।
कई क्षेत्रों में बदलाव की चर्चाएं रहीं। कई जगह उम्मीदवार बदले भी गये लेकिन जिस तरह गोंडा में घंटे भर में ही उम्मीदवार को लेकर फैसला बदलना पड़ा उससे एक बात स्पष्ट हो गयी कि पार्टी अपने उम्मीदवारों को लेकर खुद ही संशय में है। सपा के प्रदेश प्रवक्ता और सरकार के मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने रविवार को शाम छह बजकर 28 मिनट पर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोंडा में पूर्व में घोषित उम्मीदवार महफुर्जुरहमान के स्थान पर अब शलिल सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है। फिर सात बजकर 35 मिनट पर सपा ने यह संदेश जारी किया कि महफुर्जरहमान प्रत्याशी बने रहेंगे। भाजपा समेत कई दलों ने सपा के इस रवैये पर तंज कसा है।
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15.feb 2016
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बरेली : समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों में मच रहे घमासान का नतीजा सोमवार को सामने आ गया। विरोधी गुट अनिल शर्मा पर भारी पड़ा और उनका टिकट कट गया। प्रत्याशी बदलने को सपा ने हाई वोल्टेज ड्रामा किया। एमएलसी का सिंबल हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइंस के मैदान पर उतरा। रामपुर के घनश्याम लोधी ने सिंबल लेकर सपा नेताओं के साथ कलक्ट्रेट पहुंचकर नामांकन कराया। 15.feb 2016
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बरेली-रामपुर स्थानीय निकाय सीट पर एमएलसी पद के लिए सपा ने आठ फरवरी को अनिल शर्मा को टिकट दिया था। उसी समय विरोधी गुट उनका टिकट कटवाने को जुट गया। सोमवार सुबह लखनऊ से अनिल शर्मा के टिकट कटने और रामपुर के घनश्याम लोधी को प्रत्याशी बनाए जाने की सूचना आ गई। नामांकन का आखिरी दिन होने के कारण पार्टी ने हेलीकॉप्टर से पार्टी का सिंबल भिजवाया। प्रत्याशी घनश्याम लोधी समेत सभी नेता वहां पहुंच गए। लखनऊ से हेलीकॉप्टर पर आए कार्यकर्ताओं ने पार्टी सिंबल जिलाध्यक्ष को सौंपा। इसके बाद पूरा अमला कलक्ट्रेट पहुंचा। वहां घनश्याम लोधी ने एमएलसी प्रत्याशी के रूप में नामांकन कराया।
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एमएलसी पद के लिए 158 उम्मीदवार मैदान में
-प्रतापगढ़ से अक्षय प्रताप सिंह, मैनपुरी-एटा-इटावा से अरविंद यादव व उदयवीर सिंह का निर्विरोध निर्वाचन तय
- तीन सीटों पर भाजपा व सपा में सीधा मुकाबला
-कांग्र्रेस रायबरेली तक सिमटी, बसपा के सात प्रत्याशी मैदान में
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लखनऊ : प्राधिकारी कोटे के 35 निर्वाचन क्षेत्रों की 36 एमएलसी (विधान परिषद सदस्य) सीटों के लिये 158 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है। सपा के 36, भाजपा के 25, बसपा के सात, रालोद व कांग्रेस का एक-एक प्रत्याशी है। प्रतापगढ़ व मथुरा-एटा-मैनपुरी (दो सीट हैंं) सीट पर सिर्फ समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों ने नामांकन कराया है, ऐसे में इनका निर्विरोध निर्वाचन तय है।
नामांकन के आखिरी दिन 97 लोगों ने परचा दाखिल किया है, जिसमें सबसे अधिक फैजाबाद से आठ लोगों ने नामांकन कराया। सत्तारूढ़ दल को मनोवैज्ञानिक बढ़त दिलाना समझे जाने वाले इस चुनाव में समाजवादी पार्टी ने सभी 36 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किये हैं जबकि मुख्य विपक्षी दल बसपा ने सिर्फ सात उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 18 फरवरी तक नाम वापस लिये जा सकेंगे। तीन मार्च को मतदान होगा और छह मार्च को वोटों की गिनती होगी। निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारियों को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिये गये हैं।
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तीन पर भाजपा-सपा में मुकाबला
बदायूं, गोंडा और बहराइच सीटों पर भाजपा व समाजवादी पार्टी के बीच सीधा मुकाबला होगा। इन सीटों पर सपा व भाजपा के ही उम्मीदवारों ने परचा दाखिल किया है। इनमें भी बदायूं के चुनाव में कांटे की टक्कर के आसार है क्योंकि यहां सपा के बनवारी यादव मुकाबले में भाजपा ने बाहुबली डीपी यादव के भतीते जितेन्द्र यादव को प्रत्याशी बनाया है।
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रायबरेली तक सिमटी कांग्र्रेस
विधान परिषद चुनाव में कांग्र्रेस ने अपने को सिर्फ रायबरेली तक समेटे रखा है। पार्टी ने इस सीट पर दिनेश सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है। वह 15 जनवरी 2016 तक कांग्रेस से ही विधान परिषद सदस्य थे। यहां से भाजपा ने सुरेन्द्र बहादुर और सपा ने मुकेश बहादुर को प्रत्याशी बनाया है। जिससे इस सीट पर त्रिकोणीय चुनाव के आसार हैं।
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किस सीट से कितने प्रत्याशी
1-आगरा-फीरोजाबाद : दो
2-अलीगढ़ : तीन
3-इलाहाबाद : चार
4-आजमगढ़-मऊ : पांच
5-बहराइच-श्रावस्ती : दो
6-बलिया : सात
7-बांदा-हमीरपुर : चार
8-बाराबंकी: चार
9-बस्ती-सिद्धार्थनगर : तीन
10-बदायूं: दो
11-बुलंदशहर : पांच
12-देवरिया: पांच
13-इटावा-फर्रुखाबाद: सात
14-फैजाबाद : नौ
15-गाजीपुर : छह
16-गोंडा : दो
17-गोरखपुर : छह
18-हरदोई: तीन
19-जौनपुर : छह
20-झांसी-ललितपुर : दो
21-कानपुर-फतेहपुर : छह
22-लखीमपुर-खीरी : पांच
23-लखनऊ-उन्नाव : तीन
24-एटा-मथुरा-मैनपुरी : एक
25-मथुरा-एटा-मैनपुरी: एक
26-मेरठ-गाजियाबद : आठ
27-मीरजापुर-सोनभद्र : तीन
28-मुरादाबाद-बिजनौर : पांच
29-मुजफ्फरनगर-सहारनपुर: सात
30-शाहजहांपुर-पीलीभीत : छह
31-प्रतापगढ़ : एक
32-रायबरेली : पांच
33-रामपुर-बरेली : नौ
34-सीतापुर: दो
35-सुलतानपुर: तीन
36-वाराणसी : छह
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इनसेट
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सपा ने आखिरी दिन तीन प्रत्याशी बदले
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : प्राधिकारी कोटे की विधान परिषद सीटों के नामांकन के आखिरी दिन समाजवादी पार्टी ने बस्ती, सहारनपुर व गोरखपुर से पूर्व में घोषित प्रत्याशी बदल दिये। इस बदलाव में सबसे बड़ा झटका मंत्री राजकिशोर को लगा है, जिनके भाई बृज किशोर सिंह का टिकट काटकर संतोष यादव उर्फ सनी को प्रत्याशी बनाया है। सनी को समाजवादी पार्टी की युवा ब्रिगेड का सदस्य माना जाता है। इसी तरह पार्टी ने गोरखपुर से प्रत्याशी बनाये गये पूर्व मंत्री जय प्रकाश यादव का टिकट काटकर सीपी चंद को प्रत्याशी बना दिया है। सहारनपुर सीट का प्रत्याशी दो बार बदला गया, पार्टी ने पहले मुकेश चौधरी को टिकट दिया था। फिर शहनवाज राणा को प्रत्याशी बनाया गया लेकिन नामांकन से पहले ही उनके बीमार हो जाने के चलते पार्टी तीसरे प्रत्याशी के रूप में गौरव जैन को प्रत्याशी बनाया है। पार्टी ने वाराणसी का भी प्रत्याशी बदला, गोंडा में प्रत्याशी बदला फिर उसका टिकट काटकर पुराने को ही प्रत्याशी बनाया गया है, जिससे भविष्य में विधानसभा के टिकट की दावेदारी पार्टी नेताओं में खासी खलबली नजर आ रही है।
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16 feb 2016
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सपा के हिस्से में एमएलसी की दो और सीटें
लखनऊ : प्राधिकारी कोटे की एमएलसी सीटों के नामांकन की जांच में 15 लोगों के परचे खारिज कर दिये गये। जिससे सीतापुर व आगरा-फिरोजाबाद सीट भी समाजवादी पार्टी के हिस्से में चली गयी है। बुधवार को नामवापसी का आखिरी दिन है, इसके बाद चुनाव अखाड़े की तस्वीर साफ हो जाएगी।
प्राधिकारी कोटे के 35 निर्वाचन क्षेत्रों की 36 सीटों के लिए दाखिल नामांकन पत्रों की जांच में आगरा-फिरोजाबाद व सीतापुर के एक परचा खारिज हो गया। अब इन दोनों सीटों पर एक-एक प्रत्याशी बचा है, जिससे सीतापुर से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी आनंद भदौरिया और आगरा-फिरोजाबाद से दिलीप यादव की जीत तय हो गयी है। बुधवार को नाम वापसी का आखिरी दिन है, इसके बाद चुनावी अखाड़े की तस्वीर साफ होगा।
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2.march 2016
चुनाव आयोग 'तीसरे नेत्रÓ से रखेगा निगाह
-प्राधिकारी कोटे की 28 एमएलसी सीटों के लिए मतदान आज
-सुबह आठ से शाम चार बजे तक होगा मतदान
-प्रेक्षक और अद्र्धसैनिक बलों की टुकडिय़ां तैनात
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : प्राधिकारी कोटे की 28 विधान परिषद सीटों के लिए तीन मार्च की सुबह आठ बजे से शुरू होने वाले मतदान पर चुनाव आयोग 'तीसरे नेत्रÓ यानी सीसीटीवी के जरिये सीधी नजर रखेगा। सभी 729 मतदेय स्थलों की सुरक्षा का जिम्मा अद्र्ध सैनिक बलों को सौंपा गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अरुण सिंघल ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान की सभी तैयारी पूरी है। पोलिंग पार्टियां मतदान केन्द्रों पर पहुंच गयी है। जिला निर्वाचन अधिकारियों को निष्पक्ष चुनाव कराने का स्पष्ट निर्देश दिया गया है। प्रेक्षकों को भी चौकन्ना रहने की हिदायत दी गयी है। मतदान के बाद रिटर्निंग अधिकारी व प्रेक्षकों की रिपोर्ट के बाद छह मार्च को वोटों की गिनती करायी जाएगी। अगर कहीं से गड़बड़ी की शिकायत मिली तो उस पर गुण-दोष के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।
तथ्य
-57 जिलों में होने वाले चुनाव में एक लाख मतदाता हिस्सा लेंग
-28 सीटों के लिए 97 प्रत्याशी हैं चुनाव मैदान में
-चुनाव आयोग ने 28 सामान्य प्रेक्षक, 11 व्यय प्रेक्षक और 790 माइक्रो प्रेक्षक नियुक्त किये
-मतदान के लिए 271 जोनल मजिस्ट्रेट, 470 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 470 स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किये गये
-चुनाव प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए 1700 हल्के और 167 भारी वाहनों का इस्तेमाल होगा
-729 मतदेय स्थलों पर 3100 मतदान कर्मी तैनात किये गये
-1055 वीडियो कैमरा, अतिसंवेदनशील कैमरों में सीसीटीवी, 170 डिजिटल कैमरे लगाये गये। प्रत्येक बूथ के बाहर टीवी मॉनीटिर की व्यवस्था की गयी
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