15 sept 2015
-22 सितंबर को पटना में सहमिलन सम्मेलन, शामिल होंगे अखिलेश
-विभिन्न दलों के असंतुष्टों के सपा में आने की संभावना
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परवेज़ अहमद, लखनऊ : 'जनता परिवारÓ से नाता तोडऩे केबाद समाजवादी पार्टी राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) व जद (यू)-राजद के असंतुष्ट क्षत्रपों पर दांव लगाने की तैयारी में हैं। पटना में 22 सितंबर को होने वाले 'सक्रिय कार्यकर्ता व सहमिलन सम्मेलनÓ में प्रदेश सपा अध्यक्ष व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मौजूदगी इसी रणनीति का हिस्सा होगी। सम्मेलन में विभिन्न दलों से छिटके कई नेताओं के समाजवादी पार्टी में शामिल होने के आसार आसार भी हैं।
सीटों के बंटवारे में समाजवादी पार्टी को तवज्जो नहीं मिलने से नाराज मुलायम सिंह यादव ने'महागठबंधनÓ से नाता तोडऩे का निर्णय किया था। जिसकी घोषणा राष्ट्रीय महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव ने करते हुए बिहार में अपने बूते चुनाव लडऩे का एलान किया। उस समय 140 सीटों पर ताल ठोंकने का संकेत दिया गया था। पार्टी अब 243 सीटों पर भाग्य आजमाने की तैयारी में है, हालांकि राष्ट्रवादी कांग्र्रेस पार्टी (एनसीपी) मुखिया शरद पवार, तारिक अनवर और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के बीच गठबंधन पर बातचीत चल रही है। नये समीकरण गढऩे के प्रयासों के बीच समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव 22 सितंबर को पटना के कृष्णा मेमोरियल हाल में प्रस्तावित सम्मेलन में शामिल हिस्सा लेंगे। सपा के बिहार प्रभारी किरनमय नंदा भी मौजूद रहेंगे।
सूत्रों का कहना है कि कार्यक्रम में अपने-अपने दलों से नाराज आधा दर्जन नेता समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे जिन्हें पार्टी प्रत्याशी बनाने का निर्णय लेगी। सपा के बिहार के प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र यादव का दावा है कि राजग, जद (यू)-राजद गठगोड़ से बड़ी संख्या में लोग नाराज हैं। ये सभी लोग सपा के संपर्क में हैं। एनसीपी समेत कई अन्य नेताओं के साथ बातचीत चल रही है। उन्होंने संकेत दिया कि अखिलेश यादव की बिहार दौरे के दौरान इस बातचीत के सकारात्मक परिणाम सामने आ सकते हैं।
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रघुनाथ झा 17 को शामिल होंगे
एक जमाने में 'शेर-ए-बिहारÓ कहे जाने वाले पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुनाथ झा 17 सितंबर को सपा कीऔपचारिक सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। उन्हें लखनऊ में मुलायम सिंह सदस्यता दिलायेंगे। दो दशक तक शिवहर विधानसभा से चुनाव जीतते रहे रघुनाथ झा इस बार अपने बेटे का टिकट दिलाने में नाकाम होने के बाद राजद को अलविदा कह चुके हैं।
-22 सितंबर को पटना में सहमिलन सम्मेलन, शामिल होंगे अखिलेश
-विभिन्न दलों के असंतुष्टों के सपा में आने की संभावना
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परवेज़ अहमद, लखनऊ : 'जनता परिवारÓ से नाता तोडऩे केबाद समाजवादी पार्टी राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) व जद (यू)-राजद के असंतुष्ट क्षत्रपों पर दांव लगाने की तैयारी में हैं। पटना में 22 सितंबर को होने वाले 'सक्रिय कार्यकर्ता व सहमिलन सम्मेलनÓ में प्रदेश सपा अध्यक्ष व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मौजूदगी इसी रणनीति का हिस्सा होगी। सम्मेलन में विभिन्न दलों से छिटके कई नेताओं के समाजवादी पार्टी में शामिल होने के आसार आसार भी हैं।
सीटों के बंटवारे में समाजवादी पार्टी को तवज्जो नहीं मिलने से नाराज मुलायम सिंह यादव ने'महागठबंधनÓ से नाता तोडऩे का निर्णय किया था। जिसकी घोषणा राष्ट्रीय महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव ने करते हुए बिहार में अपने बूते चुनाव लडऩे का एलान किया। उस समय 140 सीटों पर ताल ठोंकने का संकेत दिया गया था। पार्टी अब 243 सीटों पर भाग्य आजमाने की तैयारी में है, हालांकि राष्ट्रवादी कांग्र्रेस पार्टी (एनसीपी) मुखिया शरद पवार, तारिक अनवर और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के बीच गठबंधन पर बातचीत चल रही है। नये समीकरण गढऩे के प्रयासों के बीच समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव 22 सितंबर को पटना के कृष्णा मेमोरियल हाल में प्रस्तावित सम्मेलन में शामिल हिस्सा लेंगे। सपा के बिहार प्रभारी किरनमय नंदा भी मौजूद रहेंगे।
सूत्रों का कहना है कि कार्यक्रम में अपने-अपने दलों से नाराज आधा दर्जन नेता समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे जिन्हें पार्टी प्रत्याशी बनाने का निर्णय लेगी। सपा के बिहार के प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र यादव का दावा है कि राजग, जद (यू)-राजद गठगोड़ से बड़ी संख्या में लोग नाराज हैं। ये सभी लोग सपा के संपर्क में हैं। एनसीपी समेत कई अन्य नेताओं के साथ बातचीत चल रही है। उन्होंने संकेत दिया कि अखिलेश यादव की बिहार दौरे के दौरान इस बातचीत के सकारात्मक परिणाम सामने आ सकते हैं।
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रघुनाथ झा 17 को शामिल होंगे
एक जमाने में 'शेर-ए-बिहारÓ कहे जाने वाले पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुनाथ झा 17 सितंबर को सपा कीऔपचारिक सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। उन्हें लखनऊ में मुलायम सिंह सदस्यता दिलायेंगे। दो दशक तक शिवहर विधानसभा से चुनाव जीतते रहे रघुनाथ झा इस बार अपने बेटे का टिकट दिलाने में नाकाम होने के बाद राजद को अलविदा कह चुके हैं।
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