Monday 28 September 2015

आजम का एक और रहस्यमयी फैसला

28 spept 2015

-ब्राजील के लिये दिल्ली जाकर वापस लौटे आजम
-लखनऊ आने का संदेश भेजा, पहुंचे रामपुर
 लखनऊ : कभी खत, कभी जुमलों व फैसलों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले वजीर मोहम्मद आजम खां के ब्राजील के दौरे पर निकलने और सोमवार को दिल्ली से वापस लौटने का फैसला रहस्य और कयासों में है। चर्चा है कि एक अधिकारी की कारगुजारी से नाराज होकर उन्होंने दौरा टाला जबकि कुछ लोग इसे मंत्रिमंडल में फेरबदल की आहट जोड़ रहे हैं। इससे इतर आजम के करीबी लोगब्राजील न जाने की वजह पंचायत चुनाव बता रहे हैं हालांकि उनका ये तर्क लोगों के गले नहीं उतर रहा।
नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खां को कूड़ा प्रबंधन की बारीकियां सीखने के लिए मध्य ब्राजील के साओपालो जाना था। उनके साथ जाने वालों में मुख्यमंत्री के विशेष सचिव प्रांजल यादव, सचिव नगर विकास एसपी सिंह, सूडा के निदेशक शैलेन्द्र कुमार सिंह, मंत्री के विशेष कार्याधिकारी आफाक अहमद, झांसी के नगर आयुक्त अरुण प्रकाश, इलाहाबाद के नगर आयुक्त देवेन्द्र पाण्डेय, लखनऊ के नगर आयुक्त उदयराज सिंह, जल निगम के निदेशक प्रेम कुमार आसुदानी, सीएंडडीएस के एके राय और आईईसी सूडा के योगेश आदित्य का नाम था। प्रतिनिधि मंडल को चार अक्टबूर को वापस लौटना था।
रविवार की दोपहर आजम खां रामपुर से दिल्ली के लिये रवाना हुए और उनके अधिकारियों की टोली लखनऊ से दिल्ली के लिए रवाना हुई। सूत्रों का कहना है कि इन सभी को मंत्री के नेतृत्व में सोमवार की तड़के दिल्ली से ब्राजील की फ्लाइट पकडऩी थी। सूत्रों का कहना है कि दौरे की शुरूआत से पहले ही एक अधिकारी की किसी बात पर आजम खां बिफर गये और ब्राजील नहीं जाने का निर्णय लिया। उन्होंने वापस लखनऊ लौटने का संदेश भेजा। यहां सुरक्षा कर्मी अलर्ट हुए लेकिन वह रामपुर रवाना हो गये। बाकी का प्रतिनिधि मंडल ब्राजील चला गया। अधिकारी से नाराजगी की पुष्टि तो नहीं हुई लेकिन पूर्व में अमेरिका दौरे, सचिवालय कर्मचारियों की तैनाती, इंजीनियरोंं की कार्य प्रणाली पर टिप्पणी, नाराज होकर पार्टी की राष्ट्रीय कार्य समिति तक में न जाने का उनका जो अतीत रहा है, उससे इस चर्चा को बल जरूर मिला है।




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