Monday 30 May 2016

अखिलेश मंत्रिमंडल में फेरबदल के कयास फिर तेज

२९ मई २०१'६
-बुजुर्गों के स्थान पर युवा विधायक बन सकते हैं मंत्री
-पिता के स्थान पर पुत्रों को मंत्री बनाने की भी चर्चा
-राज्यसभा, एमएलसी चुनाव के बाद संभव है फेरबदल
लखनऊ : स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र के एमएलसी चुनाव के बाद से शुरू हुई अखिलेश यादव मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। कहा जा रहा है कि चुनावी समर में कूदने से पहले राज्य के कुछ बुजुर्ग मंत्रियों को मार्ग-दर्शक की भूमिका सौंपकर युवा विधायकों को मंत्री का ओहदा मिल सकता है। कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव भी संभव है। यह कवायद जून के दूसरे हफ्ते में संभावित है।
एमएलसी चुनावों के बाद अप्रैल माह में पहली बार अखिलेश मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना दिखी थी। उस समय बदलाव का खाका भी बन गया था, मगर तब समाजवादी पार्टी के रणनीतिकार युवा विधायकों को इतनी जल्दी मंत्रिमंडल में स्थान देने के विरोध में आ गये थे, जिसके चलते बदलाव टल गया था। अब नामित कोटे की एमएलसी सीटें भी भर गई हैं। राज्यसभा व विधान परिषद सीटों की नामांकन की प्रक्रिया भी पूरी हो गई है, जिससे अखिलेश यादव मंत्रिमंडल में बदलाव की चर्चा ने फिर जोर पकड़ा है।
सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी के कुछ रणनीतिकार विधानसभा 2017 से पहले तीन कैबिनेट मंत्रियों को 'मार्ग-दर्शकÓ की भूमिका सौंपकर उनके स्थान पर नये लोगों को अखिलेश मंत्रिमंडल में शामिल कराने के हामी हैं। जिन मंत्रियों के बेटे विधायक हैं, उन मंत्रियों को मंत्रिमंडल से मुक्त कर उनके पुत्रों को हिस्सेदारी देने पर भी मंथन चल रहा है। फेरबदल में जातीय, धार्मिक समीकरण साधने का मुद्दा भी नेतृत्व के सामने है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी के रणनीतिकार मानते हैं कि सरकार में ब्राह्मïणों को अपेक्षित हिस्सेदारी नहीं मिली है। राज्यसभा, विधान परिषद के टिकट बंटवारे में मुसलमानों की हिस्सेदारी नहीं होने से उपजी नाराजगी पार्टी नेतृत्व के सामने है। सूत्रों का कहना है कि सपा नेतृत्व विधान परिषद सदस्यों को मंत्री बनाये रखने का पक्षधर नहीं है, वह विधायकों को मंत्री बनाने का तर्क दे रहा है। इस दिशा में कोई निर्णय नहीं हुआ है। राज्यसभा व विधान परिषद चुनाव के बाद ही मंत्रिमंडल में फेरबदल होने की संभावना जतायी जा रही है।
---
अखिलेश मंत्रिमंडल की स्थिति
मंत्रिमंडल में स्थान-     60
कैबिनेट मंत्रियों की संख्या-25
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)-10
राज्यमंत्री-                22
कुल मंत्रियों की संख्या-  57
रिक्त स्थान-              तीन

No comments:

Post a Comment