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-जॉय एंटोनी, देवेन्द्र, सुखराम यादव, रामजी लाल सुमन दावेदारों में शुमार
-माता प्रसाद पाण्डेय, बलराम यादव के समर्थक भी पैरवी में जुटे
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लखनऊ : राज्यसभा चुनाव की डुगडुगी बजने के साथ समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी बनने के लिए दिग्गजों ने जोड़तोड़ तेज कर दी है। केरल व बिहार के समाजवादियों से लेकर प्रदेश के दिग्गज राज्यसभा जाने का ख्वाहिशमंद हैं। चार जुलाई को रिक्त होने वाली राज्यसभा की 11 सीटों में से सर्वाधिक सात समाजवादी पार्टी के खाते में जाने की संभावना है, लिहाजा सबसे ज्यादा जोर आजमाइश इसी दल में हैं। गुरुवार देर शाम लखनऊ पहुंचे सपा मुखिया मुलायम सिंह शुक्रवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, मंत्री व सपा के प्रदेश प्रभारी शिवपाल यादव के साथ प्रत्याशियों के बारे में चर्चा कर सकते हैं।
राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने को बेचैन समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश के बाहर के पुराने कार्यकर्ताओं को राज्यसभा में भेजकर दायरा व्यापक करने की रणनीति पर काम कर रही है। केरल के रहने वाले व राष्ट्रीय महासचिव जॉय एंटोनी को पार्टी राज्यसभा भेजने पर गंभीरता से विचार कर रही है। पूर्व मंत्री देवेन्द्र प्रसाद को भी राज्यसभा भेजकर समाजवादी पार्टी बिहार में न सिर्फ जनाधार बढ़ाने का प्रयास कर सकती है बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सियासी जवाब देने का दांव चल सकती है। इसके अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में समाजवादी झंडा उठाने और अनुसूचित जाति की नुमाइंदगी करने वाले पूर्व सांसद रामजी लाल सुमन या शैलेंद्र कुमार को राज्यसभा का टिकट मिलने की संभावना जतायी जा रही है। सपा मुखिया के संघर्ष के दिनों में साथ रहे सुखराम यादव को भी राज्यसभा का टिकट मिल सकता है। मध्य प्रदेश के सपा प्रदेश अध्यक्ष गौरी शंकर यादव की दावेदारी की भी चर्चा है।
मुस्लिम चेहरे के रूप में समाजवादी पार्टी शफीकुर्रहमान बर्क को टिकट देने पर विचार कर सकती है। वरिष्ठ मंत्री मोहम्मद आजम खां के करीबियों में शुमार बर्क के नाम पर हालांकि सपा के मुस्लिमों का दूसरा खेमा सहमत नहीं है। विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय व माध्यमिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव के समर्थक भी दोनों को राज्यसभा भेजने की लामबंदी कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक पूर्व राज्यसभा सदस्य अमर सिंह का नाम सूची में अब तक सबसे ऊपर है लेकिन पार्टी के दो महासचिव उनकी दावेदारी का विरोध कर रहे हैं। ऐसे में मुलायम के वीटो से उन्हें राज्यसभा भेजे जाने की उम्मीद है। भगवती सिंह, रेवती रमण सिंह, संजय सेठ का नाम दावेदारों में लिया जा रहा है।
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बसपा का दलित-ब्राह्मïण कार्ड
राब्यू, लखनऊ : राज्यसभा में बसपा की ताकत कम होगी। बसपा के छह सदस्यों की सदस्यता समाप्त होगी और केवल दो सदस्य ही जा सकेंगे। इसमें एक सतीश मिश्रा का राज्यसभा में पुन: जाना सुनिश्चित हो चुका है। इसकी घोषणा स्वयं मायावती ने डा. अंबेडकर जयंती समारोह में की थी। राज्यसभा जाने वाला दूसरा बसपाई दलित समाज से होगा। जाहिर है दलित-ब्राह्मण कार्ड के जरिए बसपा आगामी विधानसभा चुनाव का समीकरण साधने की कोशिश करेगी।
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कैप्टन शर्मा की वापसी पर सवाल
कांग्रेस के कैप्टन सतीश शर्मा की राज्यसभा में वापसी होने पर सवाल उठ रहे हैं। भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि गांधी परिवार के निकटस्थ होने के बावजूद कैप्टन शर्मा की सदस्यता बची रहना आसान नहीं क्योंकि प्रदेश में नयी रणनीति बनाने में जुटा कांग्रेस नेतृत्व चौंकाने वाला फैसला ले सकता है।
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एमएलसी बनने को सपा में लाबिंग तेज
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-समाजवादी पार्टी के आठ सदस्य बन सकते हैं एमएलसी
-ब्राह्मïण, क्षत्रिय, मुसलमान, अति पिछड़ा और यादव पर लग सकता है दांव
-छह जुलाई को एमएलसी की 13 सीटें रिक्त होंगी, 10 जून को होगा मतदान
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लखनऊ : विधानसभा सदस्य (एमएलए) के वोट से विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) के निर्वाचन की तारीख घोषित होते ही समाजवादी पार्टी (सपा) में दावेदारों ने लाबिंग तेज कर दी है। छह जुलाई को रिक्त होने वाली 13 सीटों के लिए 10 जून को मतदान होना है। एमएलए की संख्या के आधार पर न्यूनतम आठ सीटें सपा के खाते में जा सकती हैं।
विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी कील-कांटा दुरुस्त करने में जुटी है। ऐसे समय में एमएलए के वोटों के कोटे की एमएलसी सीटों केचुनाव की तारीख घोषित होते ही उम्मीदवारों ने 'गॉड फादरÓ के दरवाजे खटखटाने शुरू कर दिये हैं, रणनीतिकार अभी चुप हैं मगर मिशन-2017 के समीकरणों का आकलन शुरू हो गया है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी प्रत्याशी चयन में मुसलमान, यादव, अति पिछड़ा और ब्राह्मïण के बीच संतुलन साधने पर मंथन चल रहा है। जिन 13 सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है, उनमें समाजवादी पार्टी के भी चार सदस्य हैं। इनमें मुसलमान, ठाकुर, यादव और अति पिछड़ा के एक-एक सदस्य हैं। पार्टी कोटे की रिक्त सीटों का संतुलन वैसा ही है, जिस पर चलने की समाजवादी पार्टी रणनीति बना रही है। अति पिछड़ा कोटे से राम सुंदर निषाद और क्षत्रिय कोटे से यशवंत सिंह को दोबारा परिषद का चुनाव लड़ाया जा सकता है। हालांकि अंतिम फैसला अभी होना बाकी है लेकिन पार्टी में लांबिग तेज हो गयी है।
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समाजवादी पार्टी से दावेदार
समाजवादी पार्टी से विधान परिषद की सदस्यता के लिये दावेदारों में रंजना वाजपेयी, हीरा ठाकुर, नईमुल हसन, संजय लाठर , वीरेन्द्र सिंह, जूही सिंह, चन्द्रभूषण उर्फ गुड्डू राजा, कमलेश पाठक, सरफराज खां, डॉ.राम आसरे कुशवाहा, सुरेन्द्र अग्रवाल, शतरूद्ध प्रकाश, रणविजय सिंह, जयशंकर पाण्डेय और संजय सेठ का नाम चर्चा में है, जिस पर अंतिम फैसला समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली संसदीय समिति करेगी। छह जुलाई को रिटायर होने वाले यशवंत सिंह व रामसुंदर दास निषाद का दूसरी बार दावा मजबूत माना जा रहा है।
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चुनाव कार्यक्रम
विधान परिषद की रिक्त सीटों की संख्या-13
अधिसूचना की तारीख : 24 मई
नामांकन की अंतिम तारीख : 31 मई
नामांकन पत्रों की जांच: एक जून
नाम वापसी की अंतिम तारीख : तीन जून
मतदान: 10 जून, सुबह नौ से शाम चार बजे तक
मतगणना : 10 जून, शाम पांच बजे से
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छह जुलाई को रिटायर होने वाले सदस्य
अतहर खां, ऋषिपाल, रामकुमार कुरील, लाल चन्द्र निषाद, वीरेन्द्र कुमार चौहान, सतीश चन्द्र और सुबोध कुमार (सभी बहुजन समाज पार्टी), नसीब पठान (कांग्रेस), हृदय नारायण दीक्षित (भाजपा), बलराम यादव, बुक्कल नवाब, राम सुंदर निषाद और यशवंत सिंह (समाजवादी पार्टी) का विधान परिषद में कार्यकाल छह जुलाई 2016 तक है, इस दिन ये सदस्य रिटायर हो जाएंगे।
---------ब्यूरो: अपडेट: एमएलसी बनने को सपा में लाबिंग तेज
नोट : दावेदारों के नाम बढ़ाये गये हैं और कुछ तथ्यों बदले गये हैं।
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-समाजवादी पार्टी के आठ सदस्य बन सकते हैं एमएलसी
-ब्राह्मïण, क्षत्रिय, मुसलमान, अति पिछड़ा और यादव पर लग सकता है दांव
-छह जुलाई को एमएलसी की 13 सीटें रिक्त होंगी, 10 जून को होगा मतदान
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राज्य ब्यूरो, लखनऊ : विधानसभा सदस्य (एमएलए) के वोट से विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) के निर्वाचन की तारीख घोषित होते ही समाजवादी पार्टी (सपा) में दावेदारों ने लाबिंग तेज कर दी है। छह जुलाई को रिक्त होने वाली 13 सीटों के लिए 10 जून को मतदान होना है। एमएलए की संख्या के आधार पर न्यूनतम आठ सीटें सपा के खाते में जा सकती हैं।
विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी कील-कांटा दुरुस्त करने में जुटी है। ऐसे समय में एमएलए के वोटों के कोटे की एमएलसी सीटों केचुनाव की तारीख घोषित होते ही उम्मीदवारों ने 'गॉड फादरÓ के दरवाजे खटखटाने शुरू कर दिये हैं, रणनीतिकार अभी चुप हैं मगर मिशन-2017 के समीकरणों का आकलन शुरू हो गया है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी प्रत्याशी चयन में मुसलमान, यादव, अति पिछड़ा और ब्राह्मïण के बीच संतुलन साधने पर मंथन चल रहा है। जिन 13 सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है, उनमें समाजवादी पार्टी के भी चार सदस्य हैं। इनमें मुसलमान, ठाकुर, यादव और अति पिछड़ा के एक-एक सदस्य हैं। पार्टी कोटे की रिक्त सीटों का संतुलन वैसा ही है, जिस पर चलने की समाजवादी पार्टी रणनीति बना रही है। अति पिछड़ा कोटे से राम सुंदर निषाद और क्षत्रिय कोटे से यशवंत सिंह को दोबारा परिषद का चुनाव लड़ाया जा सकता है। हालांकि अंतिम फैसला अभी होना बाकी है लेकिन पार्टी में लांबिग तेज हो गयी है।
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समाजवादी पार्टी से दावेदार
समाजवादी पार्टी से विधान परिषद की सदस्यता के लिये दावेदारों में रंजना वाजपेयी, हीरा ठाकुर, नईमुल हसन, संजय लाठर , वीरेन्द्र सिंह, जूही सिंह, चन्द्रभूषण उर्फ गुड्डू राजा, कमलेश पाठक, सरफराज खां, डॉ.राम आसरे कुशवाहा, सुरेन्द्र अग्रवाल, शतरूद्ध प्रकाश, रणविजय सिंह, जयशंकर पाण्डेय और संजय सेठ का नाम चर्चा में है, जिस पर अंतिम फैसला समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली संसदीय समिति करेगी। छह जुलाई को रिटायर होने वाले यशवंत सिंह व रामसुंदर दास निषाद का दूसरी बार दावा मजबूत माना जा रहा है।
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चुनाव कार्यक्रम
विधान परिषद की रिक्त सीटों की संख्या-13
अधिसूचना की तारीख : 24 मई
नामांकन की अंतिम तारीख : 31 मई
नामांकन पत्रों की जांच: एक जून
नाम वापसी की अंतिम तारीख : तीन जून
मतदान: 10 जून, सुबह नौ से शाम चार बजे तक
मतगणना : 10 जून, शाम पांच बजे से
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छह जुलाई को रिटायर होने वाले सदस्य
अतहर खां, ऋषिपाल, रामकुमार कुरील, लाल चन्द्र निषाद, वीरेन्द्र कुमार चौहान, सतीश चन्द्र और सुबोध कुमार (सभी बहुजन समाज पार्टी), नसीब पठान (कांग्रेस), हृदय नारायण दीक्षित (भाजपा), बलराम यादव, बुक्कल नवाब, राम सुंदर निषाद और यशवंत सिंह (समाजवादी पार्टी) का विधान परिषद में कार्यकाल छह जुलाई 2016 तक है, इस दिन ये सदस्य रिटायर हो जाएंगे।
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24 मई को राज्यसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होगी
- कुल 57 सीटों के लिए 11 जून को होगा चुनाव
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नई दिल्ली।
राज्यसभा के कुल 57 स्थान रिक्त होंगे, जिसके लिए 11 जून को चुनाव होगा। इनमें छह केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं। इसके लिए केंद्रीय चुनाव आयोग 24 मई को अधिसूचना जारी करेगा।
गुरुवार को राज्यसभा केवल इसीलिए बुलाई गई थी ताकि रिटायर होने वाले सदस्यों को को विदाई दी जा सके। लेकिन सदन की कार्यवाही शुरु होते ही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। गुजरात से कांग्रेस के सांसद प्रवीण राष्ट्रपाल के निधन की खबर मिलते ही सदन में दो मिनट का मौन रखा गया।
शुक्रवार को तो खैर कई सदस्य अपनी बात रखेंगे। इनमें से कई सदस्य वापस भी आएंगे। 15 राज्यों के 55 सदस्य जून से अगस्त के बीच रिटायर हो रहे हैैं। कांग्र्रेस के आनंद शर्मा के राजस्थान से सीट खाली करने और कर्नाटक से विजय माल्या के इस्तीफे से रिक्त हुई सीट पर भी चुनाव होना है। इस तरह कुल 57 सीटों पर निर्वाचन होगा। इन 57 सीटों में से कांग्र्रेस और भाजपा के खाते की 14-14 सीटें हैैं। जबकि बसपा की छह, जद यू की पांच और सपा, बीजू जनता दल व अन्नाद्रमुक में से प्रत्येक की तीन-तीन सीटें हैैं। डीएमके, एनसीपी और टीडीपी की दो-दो सदस्य रिटायर हो रहे हैैं। जबकि एक सदस्य शिवसेना का भी है। इसके अलावा निर्दलीय सदस्य माल्या भी है, जिसने पांच मई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
रिटायर होने वाले राज्यसभा प्रमुख सांसदों में मोदी सरकार के छह केंद्रीय मंत्री भी शुमार हैं। इनमें एम. वेंकैया नायडू, बिरेंदर सिंह, सुरेश प्रभु, निर्मला सीतारमन, पीयूष गोयल व मुख्तार अब्बास नकवी है। इनके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, जद यू नेता शरद यादव और जाने-माने वकील राम जेठमलानी हैैं। फिलहाल जो आंकड़ा है उसके अनुसार भाजपा संभवत: अपना खाता बरकरार रखेगी। कांग्र्रेस की सीटें जरूर कम हो सकती हैैं। बिहार में जदयू को बड़ा नुकसान होने जा रहा है क्योंकि पांच में से संभवत: दो ही सदस्य जदयू के खाते में जुड़ेंगे।
उत्तर प्रदेश से राज्यसभा पहुंचने वाले सबसे अधिक 11 सदस्य रिटायर हो रहे हैैं। तमिलनाडु और महाराष्ट्र की छह सीटें खाली हो रही हैैं। बिहार की पांच सीटों पर चुनाव होना है, जबकि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से चार-चार सदस्य रिटायर हो रहे हैैं। मध्य प्रदेश और उड़ीसा से तीन-तीन सांसद रिटायर हो रहे हैैं। पंजाब, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और हरियाणा की दो-दो सीटें रिक्त हो रही हैैं। जबकि उत्तराखंड की एक सीट पर चुनाव कराना पड़ेगा।
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