Wednesday 1 May 2024

पूर्व मेरे बेटे की हत्या थाना

 



सेवा में,

आदरणीय मुख्यमंत्री जी,

उत्तर प्रदेश शासन

लखनऊ।


विषयःविगत लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व मेरे बेटे की हत्या थाना कृश्णानगर लखनऊ में हुई थी, जिसका मुकदमा सं0 452/2015

     धारा 302 आईपीसी दर्ज है, की समयबद्ध पुलिस की जिम्मेदार एजेंसी से जांच कराए जाने के सम्बन्ध में।


आदरणीय महोदय,

निवेदन है कि प्रार्थी दल सिंगार के इकलौते बेटे स्व0 श्री अखिलेश कुमार की हत्या कर उसके षव को पुलिस चैकी विजय नगर थाना कृश्णानगर लखनऊ स्थित रेलवे ट्रैक पर दिनांक 19.12.2015 केा फेंक दिया गया था। काफी दौड़-भाग के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी लेकिन आज तक दोशियों केा कोई भी सजा नहीं मिल पायी है। 

थाना कृश्णानगर में काफी दौड़ भाग करने के बाद मैंने लखनऊ की एसएसपी महोदया से 13जून 2016 को उपरोक्त जांच को क्राइम ब्रांच से कराने का आग्रह किया था। लेकिन जब तक क्राइम ब्रान्च से जांच हो पाती इसके पूर्व ही माननीय सीजेएम साहब के न्यायालय में चार्जषीट दाखिल कर दी गयी थी।

मैंने माननीय सीजेएम न्यायालय में प्रार्थनापत्र देकर पुलिस द्वारा बरती गयी लापरवाही की चर्चा करते हुए पुनः जांच कराने का आग्रह किया था जिसको मानते हुए माननीय न्यायालय द्वारा 7फरवरी 2017 को पुनः पुलिस द्वारा जांच कराये जाने के आदेष पारित किए जिसके परिप्रेक्ष्य में मैंने ज्येश्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया लखनऊ से 27फरवरी 2017 को पुनः क्राइम ब्रान्च से जांच कराने का आग्रह किया। जिसको उन्होने मानते हुए आदेश पारित कर दिये जिसके तहत श्री मोहन लाल वर्मा जी विवेचक क्राइम ब्रान्च को जांच सौंप दी गयी।

महोदय, मुझे आपसे यह आग्रह करना है कि मेरा दुर्भाग्य मेरा पीछा नहीं छोड़ रहा है। एक तरफ दिसम्बर 2015 में मेरे बेटे की हत्या कर दी जाती है जो केस आज तक नहीं थाना कृश्णानगर लखनऊ द्वारा नहीं खोला गया है दूसरी तरफ माननीय एसएसपी महेादया लखनऊ 27फरवरी 2017 केा पुनः जांच क्राइम ब्रान्च को सौंपे जाने पर यह बात सामने आयी कि जब मेरे बेटे की हत्या हुई थी उस समय जो चैकी इंचार्ज विजय नगर थाना कृश्णानगर लखनऊ थे वह आज क्राइम ब्रान्च के प्रभारी हैं तथा जो उस समय थाना इंचार्ज कृश्णानगर थे वह आज क्राइम ब्रान्च में ही विवेचक के पद पर तैनात हैं। 

मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि तत्कालीन थाना इंचार्ज एवं चैकी इंचार्ज की लापरवाही के कारण ही आज तक केस नहीं खुल पाया है जिनके खिलाफ मैंने एसएसपी महोदया से आग्रह कराकर केस क्राइम ब्रान्च ट्रान्सफर कराया था आज उन्हीं लोगों के इस ब्रान्च में तैनात होने से मुझे न्याय नहीं मिल पायेगा न ही मेरे बेटे की हत्या में शामिल अपराधियों को सजा हो पायेगी। 

मेरा आपसे सादर अनुरोध है कि लखनऊ पुलिस केा आदेशित कर पुलिस की किसी सक्षम एजेंसी से समयबद्ध जांच कराकर मेरे बेटे की हत्या में षामिल मुल्जिमों केा कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का कष्ट करंे।

मैं आपका आभारी रहूँगा।

सादर,

प्रार्थी,

दिनांकः-4.04.2017

    दल सिंगार पुत्र श्री हरीराम षर्मा

563ख/10, मंगलखेड़ा, आलमबाग

     लखनऊ

      फोन- 93899004484






सेवा में,

श्रीमान ज्येश्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया,

लखनऊ।


विषयःविगत लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व मेरे बेटे की हत्या थाना कृश्णानगर लखनऊ में हुई थी, जिसका मुकदमा सं0 452/2015 धारा 302 आईपीसी दर्ज है, की समयबद्ध पुलिस की जिम्मेदार एजेंसी से जांच कराए जाने के सम्बन्ध में।


आदरणीय महोदया,

निवेदन है कि प्रार्थी दल सिंगार के इकलौते बेटे स्व0 श्री अखिलेश कुमार की हत्या कर उसके षव को पुलिस चैकी विजय नगर थाना कृश्णानगर लखनऊ स्थित रेलवे ट्रैक पर दिनांक 19.12.2015 केा फेंक दिया गया था। काफी दौड़-भाग के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी लेकिन आज तक दोशियों केा कोई भी सजा नहीं मिल पायी है। 

थाना कृश्णानगर में काफी दौड़ भाग करने के बाद मैंने आपसे 13जून 2016 को मिलकर उपरोक्त जांच को क्राइम ब्रांच से कराने का आग्रह किया था। लेकिन जब तक क्राइम ब्रान्च से जांच हो पाती इसके पूर्व ही माननीय सीजेएम साहब के न्यायालय में चार्जषीट दाखिल कर दी गयी थी।

मैंने माननीय सीजेएम न्यायालय में प्रार्थनापत्र देकर पुलिस द्वारा बरती गयी लापरवाही की चर्चा करते हुए पुनः जांच कराने का आग्रह किया था जिसको मानते हुए माननीय न्यायालय द्वारा 7फरवरी 2017 को पुनः पुलिस द्वारा जांच कराये जाने के आदेष पारित किए जिसके परिप्रेक्ष्य में मैंने आपसे 27फरवरी 2017 को पुनः क्राइम ब्रान्च से जांच कराने का आग्रह किया। जिसको मानते हुए आपने आदेश पारित कर दिये जिसके तहत श्री मोहन लाल वर्मा जी विवेचक क्राइम ब्रान्च को जांच सौंप दी गयी।

महोदया, मुझे आपसे यह आग्रह करना है कि ऐसा लगता है कि मेरा दुर्भाग्य मेरा पीछा नहीं छोड़ रहा है। एक तरफ दिसम्बर 2015 में मेरे बेटे की हत्या कर दी जाती है जो केस आज तक थाना कृश्णानगर लखनऊ द्वारा नहीं खोला गया है दूसरी तरफ आप द्वारा 27फरवरी 2017 केा पुनः जांच क्राइम ब्रान्च को सौंपे जाने पर यह बात सामने आयी कि जब मेरे बेटे की हत्या हुई थी उस समय जो चैकी इंचार्ज विजय नगर थाना कृश्णानगर लखनऊ थे वह आज क्राइम ब्रान्च के प्रभारी हैं तथा जो उस समय थाना इंचार्ज कृश्णानगर थे वह आज क्राइम ब्रान्च में ही विवेचक के पद पर तैनात हैं। 

मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि तत्कालीन थाना इंचार्ज एवं चैकी इंचार्ज की लापरवाही के कारण ही आज तक केस नहीं खुल पाया है जिनके खिलाफ मैंने आपसे आग्रह कराकर केस क्राइम ब्रान्च ट्रान्सफर कराया था आज उन्हीं लोगों के इस ब्रान्च में तैनात होने से मुझे न्याय नहीं मिल पायेगा न ही मेरे बेटे की हत्या में शामिल अपराधियों को सजा हो पायेगी। 

मेरा आपसे सादर अनुरोध है कि पुलिस की किसी अन्य सक्षम एजेंसी से समयबद्ध जांच कराकर मेरे बेटे की हत्या में षामिल मुल्जिमों केा कड़ी से कड़ी सजा दिलाने एवं प्रार्थी को न्याय दिलाने की कृपा करंे।

मैं आपका आभारी रहूँगा।

सादर,

प्रार्थी,

दिनांकः-4.4.2017

दल सिंगार पुत्र श्री हरीराम षर्मा

563ख/10, मंगलखेड़ा, आलमबाग

    लखनऊ

      फोन- 93899004484


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