Nahi chapi....26.07.2016
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- समाजवादी पार्टी के फ्रंटल संगठनों ने साध रखी है चुप्पी
- लोहिया वाहिनी, छात्र, युवजन सभा ने जन जुड़ाव का अभियान नहीं चलाया
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लखनऊ : समाजवादी पार्टी अपनी जिस 'यूथ ब्रिगेडÓ के भरोसे उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी का ख्वाब देख रही है, वह जनता के बीच से नदारद हैं। अखिलेश यादव के आह्वïान पर गांव-गांव साइकिल यात्रा जरूर अपवाद है।
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यह कहते रहे हैं कि वर्ष 2012 की चुनाव 'युवा ब्रिगेडÓ ने जिताया, पुरस्कार स्वरूप उस समय फ्रंटल संगठनों का नेतृत्व करने वालों को ओहदे दिये गए। संगठन की कमान दूसरी पीढ़ी को सौंपी गयी मगर ये संगठन पुरानी रफ्तार में नहीं दिख रहे। विश्वविद्यालयों, डिग्री कालेजों में दाखिले, विषय परिवर्तन के लिए छात्र परेशान हैं, फिर भी छात्रसभा के नुमाइंदे मदद को नजर नहीं आ रहे जबकि पूर्व में छात्रों की मदद को वे कैम्प लगाते थे। दावा जरूरी आपरेशन-24 चलाने का है। कुछ यही हालत युवजन सभा की है, जिसके ओहदेदारों ने जनजुड़ाव का अभियान नहीं चलाया, जबकि पूर्व में उसके आंदोलन चर्चा में रहे हैं। सपा की रीढ़ कही जाने वाली लोहिया वाहिनी की गतिविधियां लंबे समय से ठप हैं, पदाधिकारी जरूर बूथ कमेटियां बनाने में व्यस्तता का दावा करते हैं, पर ऐसा लोगों को दिख नहीं रहा। इस समय सपा पर भाजपा के प्रति नरमी का आरोप लग रहा है, तब भी अल्पसंख्यक सभा खामोश है। पूर्व विपक्षी दल जब भी इल्जाम लगाते थे, मुख्य संगठन के साथ अल्पसंख्यक सभा मोर्चा संभालता रहा है।
मुख्यमंत्री ने गुजरे सप्ताह फ्रंटल संगठनों को सरकार की उपलब्धियां गांव-गांव पहुंचाने का निर्देश दिया है। एक जिलाध्यक्ष का कहना है कि वह तो फ्रंटल संगठनों के प्रदेश अध्यक्षों को पहचानते तक नहीं, क्योंकि वे जिले में आते ही नहीं हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि वर्ष 2012 में अखिलेश खुद सड़क पर थे। तब युवा 'ये जवानी है कुर्बानÓ के नारे लगाते दिखते थे, उन्हें अब बड़े बड़े ओहदे मिल गये हैं। सपा के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि युवा उत्साह के साथ जनता की सेवा में हैं। संभव है कि कुछ लोग शिथिल हों, ऐसे लोगों को और सक्रिया किया जाएगा।
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अच्छे नौजवानों को बूथ पर नियुक्त करने पर काम चल रहा है, जल्द जनता के बीच जाएंगे।
-प्रदीप तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष लोहिया वाहिनी
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अगस्त से मंडलीय सम्मेलन होगा, जिसमें सरकार के विकास कार्यों से जनता को अवगत कराया जाएगा। संगठन को और मजबूत किया जाएगा
-बृजेश यादव, प्रदेश अध्यक्ष युवजन सभा
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कुछ माह से 'आपरेशन-24Ó चला रहे हैं। माह की 8, 16 व 24 तारीख को चौबीस घंटे सरकार की उपलब्धियों की पुस्तक बांटी जाती है। जल्द छात्र संसद शुरू होगी।
- दिग्विजय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष छात्रसभा
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ग्र्रामीणों को विकास कार्यों की जानकारी दी जा रही है। जनता से कहा जा रहा है कि वे खुद विकास में केंद्र व राज्य की तुलना कर लें, एक बूथ-20 यूथ की तैयारी है।
-मो.एबाद, प्रदेश अध्यक्ष मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड
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- समाजवादी पार्टी के फ्रंटल संगठनों ने साध रखी है चुप्पी
- लोहिया वाहिनी, छात्र, युवजन सभा ने जन जुड़ाव का अभियान नहीं चलाया
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लखनऊ : समाजवादी पार्टी अपनी जिस 'यूथ ब्रिगेडÓ के भरोसे उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी का ख्वाब देख रही है, वह जनता के बीच से नदारद हैं। अखिलेश यादव के आह्वïान पर गांव-गांव साइकिल यात्रा जरूर अपवाद है।
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यह कहते रहे हैं कि वर्ष 2012 की चुनाव 'युवा ब्रिगेडÓ ने जिताया, पुरस्कार स्वरूप उस समय फ्रंटल संगठनों का नेतृत्व करने वालों को ओहदे दिये गए। संगठन की कमान दूसरी पीढ़ी को सौंपी गयी मगर ये संगठन पुरानी रफ्तार में नहीं दिख रहे। विश्वविद्यालयों, डिग्री कालेजों में दाखिले, विषय परिवर्तन के लिए छात्र परेशान हैं, फिर भी छात्रसभा के नुमाइंदे मदद को नजर नहीं आ रहे जबकि पूर्व में छात्रों की मदद को वे कैम्प लगाते थे। दावा जरूरी आपरेशन-24 चलाने का है। कुछ यही हालत युवजन सभा की है, जिसके ओहदेदारों ने जनजुड़ाव का अभियान नहीं चलाया, जबकि पूर्व में उसके आंदोलन चर्चा में रहे हैं। सपा की रीढ़ कही जाने वाली लोहिया वाहिनी की गतिविधियां लंबे समय से ठप हैं, पदाधिकारी जरूर बूथ कमेटियां बनाने में व्यस्तता का दावा करते हैं, पर ऐसा लोगों को दिख नहीं रहा। इस समय सपा पर भाजपा के प्रति नरमी का आरोप लग रहा है, तब भी अल्पसंख्यक सभा खामोश है। पूर्व विपक्षी दल जब भी इल्जाम लगाते थे, मुख्य संगठन के साथ अल्पसंख्यक सभा मोर्चा संभालता रहा है।
मुख्यमंत्री ने गुजरे सप्ताह फ्रंटल संगठनों को सरकार की उपलब्धियां गांव-गांव पहुंचाने का निर्देश दिया है। एक जिलाध्यक्ष का कहना है कि वह तो फ्रंटल संगठनों के प्रदेश अध्यक्षों को पहचानते तक नहीं, क्योंकि वे जिले में आते ही नहीं हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि वर्ष 2012 में अखिलेश खुद सड़क पर थे। तब युवा 'ये जवानी है कुर्बानÓ के नारे लगाते दिखते थे, उन्हें अब बड़े बड़े ओहदे मिल गये हैं। सपा के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि युवा उत्साह के साथ जनता की सेवा में हैं। संभव है कि कुछ लोग शिथिल हों, ऐसे लोगों को और सक्रिया किया जाएगा।
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अच्छे नौजवानों को बूथ पर नियुक्त करने पर काम चल रहा है, जल्द जनता के बीच जाएंगे।
-प्रदीप तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष लोहिया वाहिनी
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अगस्त से मंडलीय सम्मेलन होगा, जिसमें सरकार के विकास कार्यों से जनता को अवगत कराया जाएगा। संगठन को और मजबूत किया जाएगा
-बृजेश यादव, प्रदेश अध्यक्ष युवजन सभा
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कुछ माह से 'आपरेशन-24Ó चला रहे हैं। माह की 8, 16 व 24 तारीख को चौबीस घंटे सरकार की उपलब्धियों की पुस्तक बांटी जाती है। जल्द छात्र संसद शुरू होगी।
- दिग्विजय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष छात्रसभा
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ग्र्रामीणों को विकास कार्यों की जानकारी दी जा रही है। जनता से कहा जा रहा है कि वे खुद विकास में केंद्र व राज्य की तुलना कर लें, एक बूथ-20 यूथ की तैयारी है।
-मो.एबाद, प्रदेश अध्यक्ष मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड
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