05 OCT 2016
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राजकिशोर ने सपा के खिलाफ खोला मोर्चा
-कहा, निर्दल लड़ूंगा तो भी जिताएगी जनता
लखनऊः अखिलेश यादव के मंत्रीमंडल से बर्खास्त राजकिशोर सिंह ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अपना अगला चुनाव निशान जल्द बताने की बात करते हुए उन्होंने साफ कर दिया कि अब सपा से उनका रिश्ता टूट गया है। मंत्री पद गवांने के बाद बुधवार को पहली बार उन्होंने अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र हर्रैया में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कर शक्ति प्रदर्शन किया। सम्मेलन में राजकिशोर ने कहा कि पार्टी की सेवा में कोई कमी नहीं की, लेकिन उनके साथ साजिश हुई।
अखिलेश के अलावा मायावती एवं मुलायम की सरकारों में भी मंत्री रह चुके राजकिशोर बस्ती की हर्रैया सीट से लगातार तीसरी बार विधायक हैं। पिछले पंचायत चुनाव में अखिलेश ने उनके इस राजनीतिक कौशल का इस्तेमाल किया था। बस्ती के अलावा उन्होंने गोरखपुर की सीट भी विपरीत समीकरण होने के बावजूद जिता दी थी। उन पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप भी लगा था। सपा के दुलारे रह चुके राजकिशोर अपनी बर्खास्तगी से मर्माहत हैं। अब सपा से दो-दो हाथ करने का ऐलान कर दिया है। पूर्व मंत्री ने आधे घंटे के संबोधन में कहा हर्रैया के लोगों ने पहले मेरे परिवार को बचाया है। इस बार मेरी राजनीतिक हत्या की साजिश रची गई है। विश्वास है जनता इसे नाकाम करेगी। उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है कि अगर मैं निर्दल भी लडूं तो जनता बड़े अंतर से जिता देगी।
राजकिशोर के समर्थकों के निशाने पर एमएलसी सनी यादव थे। सभी ने राजकिशोर की बर्खास्तगी के लिए उन्हें ही दोषी ठहराया। पूर्व मंत्री के प्रतिनिधि खादिम हुसेन ने कहा कि सनी ने झूठी सूचनाएं पहुंचाकर माहौल खराब किया, जबकि मुलायम सिंह यादव एवं अखिलेश यादव के निर्देश पर राजकिशोर ने उसके जैसे कमजोर आदमी को एमएलसी बनवा दिया। राजकिशोर के भाई एवं प्रदेश के ऊर्जा सलाहकार (राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त) बृजकिशोर सिंह डिंपल ने आरोप लगाया कि कुछ स्वर्थी तत्वों द्वारा राजकिशोर की हत्या की साजिश रची जा रही है।
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राजकिशोर ने सपा के खिलाफ खोला मोर्चा
-कहा, निर्दल लड़ूंगा तो भी जिताएगी जनता
लखनऊः अखिलेश यादव के मंत्रीमंडल से बर्खास्त राजकिशोर सिंह ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अपना अगला चुनाव निशान जल्द बताने की बात करते हुए उन्होंने साफ कर दिया कि अब सपा से उनका रिश्ता टूट गया है। मंत्री पद गवांने के बाद बुधवार को पहली बार उन्होंने अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र हर्रैया में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कर शक्ति प्रदर्शन किया। सम्मेलन में राजकिशोर ने कहा कि पार्टी की सेवा में कोई कमी नहीं की, लेकिन उनके साथ साजिश हुई।
अखिलेश के अलावा मायावती एवं मुलायम की सरकारों में भी मंत्री रह चुके राजकिशोर बस्ती की हर्रैया सीट से लगातार तीसरी बार विधायक हैं। पिछले पंचायत चुनाव में अखिलेश ने उनके इस राजनीतिक कौशल का इस्तेमाल किया था। बस्ती के अलावा उन्होंने गोरखपुर की सीट भी विपरीत समीकरण होने के बावजूद जिता दी थी। उन पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप भी लगा था। सपा के दुलारे रह चुके राजकिशोर अपनी बर्खास्तगी से मर्माहत हैं। अब सपा से दो-दो हाथ करने का ऐलान कर दिया है। पूर्व मंत्री ने आधे घंटे के संबोधन में कहा हर्रैया के लोगों ने पहले मेरे परिवार को बचाया है। इस बार मेरी राजनीतिक हत्या की साजिश रची गई है। विश्वास है जनता इसे नाकाम करेगी। उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है कि अगर मैं निर्दल भी लडूं तो जनता बड़े अंतर से जिता देगी।
राजकिशोर के समर्थकों के निशाने पर एमएलसी सनी यादव थे। सभी ने राजकिशोर की बर्खास्तगी के लिए उन्हें ही दोषी ठहराया। पूर्व मंत्री के प्रतिनिधि खादिम हुसेन ने कहा कि सनी ने झूठी सूचनाएं पहुंचाकर माहौल खराब किया, जबकि मुलायम सिंह यादव एवं अखिलेश यादव के निर्देश पर राजकिशोर ने उसके जैसे कमजोर आदमी को एमएलसी बनवा दिया। राजकिशोर के भाई एवं प्रदेश के ऊर्जा सलाहकार (राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त) बृजकिशोर सिंह डिंपल ने आरोप लगाया कि कुछ स्वर्थी तत्वों द्वारा राजकिशोर की हत्या की साजिश रची जा रही है।
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